भोपाल (नईदुनिया स्टेट ब्यूरो)। सात साल बाद होने जा रहे मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के चुनाव में कमलनाथ सरकार के मंत्री के परिजनों सहित कांग्रेस दिग्गजों के समर्थक भी दावेदारों की दौड़ में हैं। इनमें विपिन वानखेड़े, संजय यादव, पवन जायसवाल, नितिन भोज, विवेक त्रिपाठी जैसे प्रत्याशी गंभीर दिखाई दे रहे हैं। उधर, चुनाव में हार-जीत का फैसला प्रत्याशियों द्वारा कराई गई सदस्यता पर निर्भर करता है, लिहाजा तीन मार्च तक अस्थाई रूप से खोले गए सदस्यता अभियान पर दावेदार दमखम लगा रहे हैं।
युवा कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े, ग्वालियर के संजय यादव, बालाघाट के नितिन भोज, पवन जायसवाल और एनएसयूआई के प्रदेश प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी सहित हर्षित गुरु जैसे कई युवा नेता जोर-आजमाइश में जुट गए हैं।
प्रदेश अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल नेता सदस्यता अभियान में लगे हैं। इन्हें युवा कांग्रेस के चुनाव प्राधिकरण ने मतदान के पहले एक और मौका दिया है, जिससे वे अपने समर्थकों को सदस्य बना सकें।
वानखेड़े दौड़ में आगे
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े युवा कांग्रेस की कमान संभालने की दावेदारी करने वालों में आगे दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने एनएसयूआई के सदस्यों को युवा कांग्रेस की सदस्यता दिलवा दी है, जिससे उनके समर्थकों की संख्या अन्य दावेदारों के मुकाबले ज्यादा नजर आ रही है।
सूत्र बताते हैं कि युवा कांग्रेस के सदस्यता अभियान को जब स्थगित किया गया था, तब से ही वानखेड़े मुकाबले में उतरने की तैयारी कर रहे थे। उस समय उनके द्वारा करीब 60 हजार सदस्य बनवाए गए थे और पांच दिन के लिए खोले गए सदस्यता अभियान में उनकी टीम फिर नए सदस्य बनाने में लग गई है।
मंत्री लाखन सिंह के भतीजे संजय भी प्रबल दावेदार
कमलनाथ सरकार के मंत्री लाखनसिंह यादव के भतीजे संजय यादव भी युवा कांग्रेस की कमान संभालने के लिए दौड़ में शामिल हैं। ग्वालियर क्षेत्र के संजय यादव ने अपने साथियों को सदस्य बनाकर टीम खड़ी कर ली है। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक पवन जायसवाल भी इस दौड़ में हैं।
सूत्रों का कहना है कि जायसवाल सिंधिया समर्थक मंत्री-विधायकों से भी मदद ले रहे हैं, ताकि वे उनकी टीम के साथियों को ज्यादा से ज्यादा संख्या में सदस्य बनवाएं। विपिन वानखेड़े के निकटतम साथी विवेक त्रिपाठी भी चुनाव में किस्मत आजमाने की तैयारी में हैं, लेकिन वे प्रदेश अध्यक्ष नहीं, अन्य पदाधिकारी बनने की कोशिश में हैं। बालाघाट के नितिन भोज मुख्यमत्री कमलनाथ के समर्थक हैं।